बांके बिहारी को दिल में वसाना है भजन इन हिंदी लिरिक्स

Deepak Kumar Bind

बांके बिहारी को दिल में वसाना है भजन इन हिंदी लिरिक्स


जिस का हु मैं उसे अपना बनाना है

बांके बिहारी को दिल में वसाना है,


सांसो की लड़ी ना जाने कब टूट जाए,

राहो में कोई साथी कहा छुट जाए,

किस का भरोसा याहा झूठा जमाना है,

बांके बिहारी को दिल में बसाना है |


यु ही नही हु मैं उसका दीवाना कोई तो रिश्ता है जन्मो पुराना,

मैंने तो अब जाके राज ये जाना है,

बांके बिहारी को दिल में बसाना है |


जाके सतीश मित्र प्रभु की शरण में,

फिर न बडूगा कभी जन्म मरन में,

उसकी लगन में मगन सब गाना है,

बांके बिहारी को दिल में बसाना है |

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