कान्हा बस इतना बता दे क्यों मुझको तरसाए भजन इन हिंदी

Deepak Kumar Bind

कान्हा बस इतना बता दे क्यों मुझको तरसाए

|| कान्हा बस इतना बता दे क्यों मुझको तरसाए ||
कर्मा ध्रुव तूने नरसी तारे,
भगत अजामिल पार उतारे तेरे दर्श को तरसे नैना क्यों न दर्श दिखाए
|| कान्हा बस इतना बता दे क्यों मुझको तरसाए ||

तेरी खातिर सब कुछ छोड़ा अपनों से मैंने नाता तोडा
गली गली बस तुम्हे पुकारू तू और बता क्या चाहे,
|| कान्हा बस इतना बता दे क्यों मुझको तरसाए ||

ताने सुने मैं सही रुसवाई तू क्या जाने ओ रे कन्हाई
कहा छुपा सब देख रहा क्या रास तुझे यही आये,
|| कान्हा बस इतना बता दे क्यों मुझको तरसाए ||

प्रीत बुला बेठी दुनिया की तुम संग प्रीत लगा के
छोड़ दे पर्दा सामने आजा पल पल क्यों अजमाए,
|| कान्हा बस इतना बता दे क्यों मुझको तरसाए ||

इक झलक दिखला दे संवारे नैनं प्यास बूजा दे संवारे,
आजाओ अब देर करो न ये जीवन बीता जाए,
|| कान्हा बस इतना बता दे क्यों मुझको तरसाए ||

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