एह मूर्ति नही एह सची माँ ए भजन इन हिंदी

Abhishek Upadhyay

 || एह मूर्ति नही एह सची माँ ए ||


|| एह मूर्ति नही एह सची माँ ए ||
एह मूर्ति नही एह सची माँ ए
जे दिलो बुलाओ गे एह बोल्दी ता ऐ
|| एह मूर्ति नही एह सची माँ ए  ||

वेख्को वेखो माँ किनी सोहनी लगदी 
कंजका च मैया मेरी आप वसदी 
जिथे झुके सारा जग एह ओहियो था ऐ
|| एह मूर्ति नही एह सची माँ ए  ||

लाल लाल चुनी दे विच झड़े सितारे ने 
मेहँदी वाले हथा नाल वेडे तारे ने 
दुखड़े हरदी सबना दे मेहरा दी करदी छा ऐ
|| एह मूर्ति नही एह सची माँ ए  ||

शेरावाली बोल्दी बुलान वाला चाहिदा 
बबलू वांगु भेटा कोई गोन वाला चाहिदा 
एह रजत एह्दा बछड़ा एह ओहदी माँ ऐ
|| एह मूर्ति नही एह सची माँ ए  ||

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