महाकुंभ में प्रेम का संदेश (mahaakumbh mein prem ka sandesh lyrics in hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 महाकुंभ में प्रेम का संदेश (mahaakumbh mein prem ka sandesh lyrics in hindi)


"महाकुंभ में प्रेम का संदेश" एक प्रेरणादायक गीत हो सकता है, जो कुंभ मेला की धार्मिक और आध्यात्मिक महत्ता को प्रस्तुत करता है। इस गीत के बोल प्रेम, एकता, और मानवता के संदेश को फैलाने के लिए हो सकते हैं।


महाकुंभ में प्रेम का संदेश


महाकुंभ में प्रेम का संदेश,

हम सबका एक ही उद्देश्य।

धार्मिक आस्था में बसा है,

सच्चा प्रेम और विश्वास।


गंगा के तट पर रितियाँ,

सभी धर्मों की मिलनतियाँ।

संगम में लहराए प्रेम की धारा,

सब मिलकर करें हम सच्चे विचार।


रिफ्रेन:

महाकुंभ में प्रेम का संदेश,

धर्म से ऊपर मानवता की बेश।

आओ मिलकर गाएं हम ये गीत,

समाज में प्रेम बढ़ाएं हर एक क्षण में।


हर मन में हो प्रेम का दीप,

जग में कोई ना हो दुखी।

शांति का हो हर कदम हमारा,

विश्व में फैलाएं प्रेम का सहारा।


रिफ्रेन:

महाकुंभ में प्रेम का संदेश,

धर्म से ऊपर मानवता की बेश।

आओ मिलकर गाएं हम ये गीत,

समाज में प्रेम बढ़ाएं हर एक क्षण में।

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