कलयुग का रंग सांवरे (Kalyug Ka Rang Sanwre Lyrics in Hindi) - by Mona Mehta Madaan Shyam Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

कलयुग का रंग सांवरे (Kalyug Ka Rang Sanwre Lyrics in Hindi) - 


कलयुग का है रंग चढ़ा हर तरफ मची है जंग 

असर देख इस कलयुग का मेरा श्याम भी रह गया दंग


मोरछड़ी और नीले में ये जंग छिड़ी है भारी 

है हम दोनों में कौन बड़ा तुम बोलो ये गिरधारी 


सांवरिया अपने हाथों से खुद मुझको लहराते हैं 

मेरा झाड़ा लगवाने को बड़े बड़े झुक जाते हैं 

मेरे आगे नीले बोलो क्या औकात तुम्हारी 

है हम दोनों में कौन बड़ा तुम बोलो ये गिरधारी 


नीला बोला मोरछड़ी से नहीं ज़्यादा इतराते हैं 

मुझपे ही तो बैठ सांवरा भक्तों के घर जाते हैं 

श्याम धणी को सबसे प्यारी नीले की असवारी 

है हम दोनों में कौन बड़ा तुम बोलो ये गिरधारी 


श्याम धणी के मोर मुकुट में मेरा हर दम वास है 

शिखर ध्वजा में भी मैं ऊपर तू चरणों का दास है 

सांवरिया को लगती हूँ मैं सबसे ज़्यादा प्यारी 

है हम दोनों में कौन बड़ा तुम बोलो ये गिरधारी 


नीला बोला माना के मैं श्याम चरण का दास हूँ 

श्याम प्रभु का सेवक हूँ  बस इसीलिए तो ख़ास हूँ 

तुमसे पहले श्याम प्रेमियों में पहचान हमारी 

है हम दोनों में कौन बड़ा तुम बोलो ये गिरधारी 


इन दोनों की लड़ाई देख के 

श्याम कुंड भी कहाँ पीछे रहने वाले थे 


तुम दोनों से पहले सुनलो नाम मेरा ही आता है 

खाटू आने वाला पहले श्याम कुंड में नहाता है 

तुम दोनों से मैं हूँ बड़ा ये जाने दुनिया सारी

है हम तीनो में कौन बड़ा तुम बोलो अब गिरधारी 


बोले सांवरा मेरे लिए तुम तीनो एक सामान हो 

अपनी अपनी जगह बड़े तुम तीनो बड़े महान हो 

मैं तुमसे और तुम मुझसे यूँ बोले श्याम बिहारी 

कहे भीमसेन तुमपे सांवरा जाऊं मैं बलिहारी 



  • Song: Kalyug Ka Rang Sanwre
  • Singer: Mona Mehta Madaan 
  • Music: Hari Recording , Sirsa
  • Lyricist: Bhim Sen Bhiwani Wale
  • Video : Shalini Sharma
  • Category: HIndi Devotional ( Shyam Bhajan)
  • Producers: Amresh Bahadur, Ramit Mathur
  • Label: Yuki


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