राम का सुमिरन (Ram Ka Sumiran Lyrics in Hindi) - by Nitin Mukesh Shri Ram Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

राम का सुमिरन (Ram Ka Sumiran Lyrics in Hindi) - 


श्री राम जय राम जय जय राम |

श्री राम जय राम जय जय राम |

श्री राम जय राम जय जय राम |

श्री राम जय राम जय जय राम |

श्री राम जय राम जय जय राम |

श्री राम जय राम जय जय राम |


राम का सुमिरन कर ले मनवा 

राम का सुमिरन कर ले  |

राम का सुमिरन कर ले मनवा 

राम का सुमिरन कर ले  |

इस जीवन के रहते पल-पल

प्रभु का चिंतन कर ले  ||


इतरा के इस नश्वर तन पे क्यों करता  अभिमान  रे  

इतरा के इस नश्वर तन पे क्यों करता  अभिमान  रे  |

रहे नहीं हैं यहां किसीके सब दिन एक समान रे 

रहे नहीं हैं यहां किसीके सब दिन एक समान रे |

राम का सुमिरन कर ले मनवा 

राम का सुमिरन कर ले  ||


दुखियारों को गले लगा ले 

बेबस को तू अपना ले |

सुख में तो सब ही हँसते हैं पर

तू दुःख में मुस्का ले |


हो दुखियारों को गले लगा ले

बेबस को तू अपना ले |

सुख में तो सब ही हँसते हैं पर

तू दुःख में मुस्का ले |

रामकृपा से काम सभी हो जाएंगे

आसान रे  |

रामकृपा से काम सभी हो जाएंगे

आसान रे  |

इतरा के इस नश्वर तन पे क्यों करता  अभिमान  रे  |

रहे नहीं हैं यहां किसीके सब दिन एक समान रे |

राम का सुमिरन कर ले मनवा 

राम का सुमिरन कर ले  ||


मोह न कर इस तन और धन का

रख निर्मल दर्पण इस मन का  |

कर सत्संग सदा दिन  रैना

साथ छोड़ दे तू दुर्जन का  |

हो मोह न कर इस तन और धन का

रख निर्मल दर्पण इस मन का  |

कर सत्संग सदा दिन  रैना

साथ छोड़ दे तू दुर्जन का  |

काहे बांधे पाप गठरिया हे मूरख

नादान रे |

काहे बांधे पाप गठरिया हे मूरख

नादान रे |

इतरा के इस नश्वर तन पे क्यों करता  अभिमान  रे  |

रहे नहीं हैं यहां किसीके सब दिन एक समान रे |

राम का सुमिरन कर ले मनवा  

राम का सुमिरन कर ले  ||


राम नाम की माला जप ले

कष्ट कभी ना आयेंगे  |

नाग वासना के ज़हरीले

कभी नही डस  पाएंगे  |

हो राम नाम की माला जप ले

कष्ट कभी ना आयेंगे  |

नाग वासना के ज़हरीले

कभी नही डस  पाएंगे  |

खोल तेरे अंतर के नैना

सच है क्या  पहचान  रे |

खोल तेरे अंतर के नैना 

सच है क्या  पहचान  रे |

इतरा के इस नश्वर तन पे क्यों करता  अभिमान  रे  |

रहे नहीं हैं यहां किसीके सब दिन एक समान रे |

राम का सुमिरन कर ले मनवा  

राम का सुमिरन कर ले  |

इस जीवन के रहते पल-पल

प्रभु का चिंतन कर ले  ||


राम का सुमिरन कर ले मनवा  

राम का सुमिरन कर ले  |

राम का सुमिरन कर ले मनवा  

राम का सुमिरन कर ले  |

राम का सुमिरन कर ले मनवा  

राम का सुमिरन कर ले  ||


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