श्री गणेश मंत्र(Shri Ganesh Mantra Sanskrit Me) | Lord Ganesha Mantra:-
शुभ कार्य के प्रारंभ में भगवान श्री गणेश जी को प्रसन्न करने का मंत्र(shubh kaary ke aarambh mein bhagavaan shree ganesh jee ko prasann karane ka mantra sanskrit me):-
ऊँ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ । निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा ॥
ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ॥
श्री गणेश मंत्र(Shri Ganesh Mantra Ka Arth Hindi Me):-
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ का अर्थ(vakratund mahaakaay sooryakoti samaprabh ka arth):-
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ, यानि घुमावदार सूंड वाले जिनका विशालकाय शरीर है और जो करोड़ों सूर्यों के प्रकाश के समान दिखते हैं। घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर काय, करोड़ सूर्य के समान महान प्रतिभाशाली।मेरे प्रभु, हमेशा मेरे सारे कार्य बिना विघ्न के करने की कृपा करें।
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।
नागाननाथ श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं काअर्थ(vighneshvaraay varadaay surapriyaay lambodraay sakalaay jagaddhitaayan ka arth hindi me):-
विघ्नेश्वर, वर देनेवाले, देवताओं को प्रिय, लम्बोदर, कलाओंसे परिपूर्ण, जगत् का हित करनेवाले, गजके समान मुखवाले और वेद तथा यज्ञ से विभूषित पार्वतीपुत्र को नमस्कार है ; हे गणनाथ ! आपको नमस्कार है ।
शुभ लाभ गणेश मंत्र(Shubh Labh Ganesh Mantra Sanskrit Me):-
ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।
शुभ लाभ गणेश मंत्र का अर्थ हिंदी में (Shubh Labh Ganesh Mantra Ka Arth Hindi Me):-
भगवान श्री गणेश के इस मंत्र में ॐ, श्रीं, गं बीजमंत्र हैं जो परमपिता परमात्मा, मां लक्ष्मी, और भगवान श्री गणेश के बीज मंत्र हैं। इस मंत्र का अर्थ है हे भगवान श्री गणेश जी आपकी कृपा और आशीर्वाद हमें हर जन्म में मिलता रहे। आपके आशीर्वाद से एक स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन व्यतीत करें। हमें सौभाग्य प्रदान कर हमारी हर बाधा को दूर करें प्रभु।
श्री गणेश बीज मंत्र(Shri Ganesh Beej Mantra):-
श्री गणेश बीज मंत्र और इनका अर्थ हिंदी में (Shri Ganesh Beej Mantra Aur Inka Arth Hindi Me) | Lord Ganesha Mantra:-
ऊँ गं गणपतये नमो नमः ।
ॐ गं गणपतये नमः ।
षडाक्षर गणेश मंत्र ||
श्री गणेश बीज मंत्र का अर्थ हिंदी में (Shri Ganesh Beej Mantra ka Arth Hindi Me):-
यह गणेश जी का बीज मंत्र सभी प्रकार के रिद्धि सिद्धि प्रदान करने वाला है और जीवन में सफलता प्रदान करने वाला है।
सिद्धि प्राप्ति के लिए श्री गणेश मंत्र (Siddhi Prapti Ke liye Shri Ganesh Mantra):-
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा ॥
मंगल विधान व विघ्नों के नाश हेतु गणेश मंत्र(Mangal Vidhaan Va Vighnon Ke Naash Hetu Ganesh Mantra):-
मंगल विधान व विघ्नों के नाश हेतु गणेश मंत्र का अर्थ हिंदी में(Mangal Vidhaan Va Vighnon Ke Naash Hetu Ganesh Mantra Ka Arth Hindi Me):-
गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः ।
द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः ॥
विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः ।
द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत् ॥
विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत् क्वचित् ।
ॐ गं नमः
गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:
ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा !
गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजानन मंत्र का अर्थ (ganapatirvighnaraajo lambaatundo gajaanan Mantra Ka Arth Hindi Me):-
गणानां जीवजातानां य ईश: स गणेश: अर्थात् जो समस्त गणों तथा जीव-जाति के स्वामी हैं वही गणेश हैं। गणेश विगत 6 मनवंतर में अनेकों बार जगत कल्याण हेतु जन्म ले चुके हैं, किन्तु जिन भगवान गणेश का आजकल हम भजन-पूजन करते हैं, जो सभी के अंतर्मन में विराजते हैं, इन भगवान गणेश का जन्म सातवें वैवस्वत मनवंतर के मध्य श्वेतवाराह कल्प में भादौं माह की शुक्लपक्ष चतुर्थी तिथि सोमवार को स्वाति नक्षत्र की सिंह लग्न में नारायणास्त्र चक्रसुदर्शन मुहूर्त (अभिजित) में हुआ था। उस समय सभी शुभ ग्रह ने मिलकर इनकी कुंडली में पंचग्रही योग बनाए थे। बाकी पाप ग्रह अपने कारक भाव में बैठे थे। अगर आप हर रोज अपने नित्य कर्म से निवृत्त होकर भगवान गणेश के निम्न लिखित मंत्र का जाप करते हैं तो आपके समस्त दुखों तथा दोषों का निवारण हो जाएगा तथा हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजानन:। द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिप:॥ विनायकश्चारुकर्ण: पशुपालो भवात्मज:। द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय य: पठेत॥ विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत क्वचित पंचभूत में जल तत्व के अधिपति गणेश हैं। पंचभूतों पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश में पृथ्वी शिव, जल गणेश, तेज-अग्नि शक्ति, वायु सूर्य और आकाश विष्णु हैं।
गणेश जी कुबेर मंत्र और अर्थ हिंदी में(Ganesh Ji Kuber Mantra Aur Arth Hindi Me ): –
गणेश जी कुबेर मंत्र(Ganesh Ji Kuber Mantra):-
|| ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट स्वाहा ||
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट स्वाहा मंत्र का अर्थ हिंदी में (ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट स्वाहा ):-
यदि आप आर्थिक समस्या से परेशान है | या फिर धन के स्त्रोत होते हुए भी धन संचय नही कर पा रहे है | तब आप गणेश जी के कुबेर मंत्र का उच्चारण पूजा के समय नियमित रूप से करें | घर में लक्ष्मी के स्त्रोत खुलने लगेंगे और आर्थिक संकट से मुक्ति मिलेगी |
रोजगार की प्राप्ति व आर्थिक वृद्धि के लिए श्री गणेश मंत्र(Rojagaar Ki Prapti Va Aarthik Vrddhi Ke Liye Shree Ganesh Mantra):-
रोजगार की प्राप्ति व आर्थिक वृद्धि के लिए श्री गणेश मंत्र(Rojagaar Ki Prapti Va Aarthik Vrddhi Ke Liye Shree Ganesh Mantra):-
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा मंत्र का अर्थ हिंदी में (om shreen gan saubhaagyaay ganapataye var varad sarvajanan me vashamaanay svaaha mantra ka arth hindi me):-
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा मंत्र के जाप से मन को शांति मिलती है और आपको यादाश्त ठीक रखने में मदद मिलती है। आपकी काम के प्रति एकाग्रता बनी रहती है और मन के साथ शरीर भी स्वस्थ बना रहता है। यह मंत्र आपको समृद्ध जीवन प्रदान करता है। ॐ गं गणपतये नमः मंत्र बहुत शक्तिशाली होता है और इसके कई फायदे हैं।
कुछ अन्य प्रमुख भगवान् श्री गणेश मंत्र और उनके अर्थ(kuchh any pramukh bhagavaan shree ganesh mantr aur unake arth ):-
मोहन गणेश मंत्र(Mohan Shri Ganesh Mantra Sanskrit Me):-
ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।तांत्रिक गणेश मंत्र ||
तांत्रिक गणेश मंत्र(Tantrik Ganesh Mantra Sanskrit Me):-
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति। करों दूर क्लेश।।कुबेर गणेश मंत्र ||
ॐ गं गणपतये नम मंत्र (om gan ganapataye nam mantra):-
ॐ गं गणपतये नम:।
ॐ गं गणपतये नम मंत्र का अर्थ (om gan ganapataye nam mantr ka arth):-
यह मंत्र करियर में सफलता देता है।
ॐ वक्रतुण्डाय हुं मंत्र (om vakratundaay hun mantr):-
ॐ वक्रतुण्डाय हुं।
ॐ वक्रतुण्डाय हुं मंत्र का अर्थ(om vakratundaay hun mantr ka arth):-
यह मंत्र शत्रुओं से बचाता है।
ॐ मेघोत्काय स्वाहा मंत्र (om meghotkaay svaaha mantra):-
ॐ मेघोत्काय स्वाहा।
ॐ मेघोत्काय स्वाहा मंत्र का अर्थ(om meghotkaay svaaha mantr ka arth):-
यह मंत्र प्राकृतिक आपदाओं से बचाता है।
ॐ गं हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा मंत्र(om gan hasti pishaachi likhe svaaha mantra):-
ॐ गं हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा।
ॐ गं हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा मंत्र का अर्थ(om gan hasti pishaachi leen svaaha mantra ka arth):-
उच्छिष्ट गणपति का मंत्र तांत्रिक क्रियाओं से रक्षा करता है।
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं क्लीं क्लीं गणपति वर वरद सर्व लोकं में वशमानय स्वाहा मंत्र (om shreen hreen shreen kleen kleen ganapati var varad sarv lokan mein vashamaanay svaaha mantr):-
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं क्लीं क्लीं गणपति वर वरद सर्व लोकं में वशमानय स्वाहा।
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं क्लीं क्लीं गणपति वर वरद सर्व लोकं में वशमानय स्वाहा मंत्र का अर्थ(om shreen hreen shreen kleen kleen ganapati var varad sarv lokan mein vashamaanay svaaha mantra ka arth):-
यह मंत्र आकर्षण शक्ति में वृद्धि करता है।साक्षात्कार में सफलता दिलाता है। समाज में प्रतिष्ठा देता है। प्रेम,विवाह,दाम्पत्य सम्बंधों में रस घोलता है।
ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम् संकटान निवारय-निवारय स्वाहा मंत्र (om namo heramb mad mohit mam sankataan nivaaray-nivaaray svaaha mantra):-
ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम् संकटान निवारय-निवारय स्वाहा।
ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम् संकटान निवारय-निवारय स्वाहा मंत्र का अर्थ(om namo heramb mad mohit mam sankataan nivaaray-nivaaray svaaha mantra ka arth):-
कोई ऐसा संकट जिससे आप उबर नहीं पा रहे हैं तो यह मंत्र सहारा हो सकता है।
ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा मंत्र(om shreen gan saumyaay ganapataye var varad sarvajanan mein vashamaanay svaaha mantra):-
ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा
ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा मंत्र का अर्थ(om shreen gan saumyaay ganapataye var varad sarvajanan mein vashamaanay svaaha mantr ka arth):-
यह मंत्र समाज में लोक प्रिय बनाता है। जीवन में आनंद केअवसर पैदा करता है। तनाव से दूर रखता है।
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