तुम जो कृपा करो तो
मिट जाए विपदा सारी
तुम जो कृपा करो तो
मिट जाए विपदा सारी।
ओ गुरीसुत गणराजा
गणनायक गजमुख धारी
गणनायक गजमुख धारी।
तुम हो दया के सागर
क्या बात है तुम्हारी
ओ गुरीसुत गणराजा
गणनायक गजमुख धारी
गणनायक गजमुख धारी।
तुम जो कृपा करो तो.........।
तुम पहले पूजे जाते
फिर काम बनते जाते
आए शरण तिहारी
मन चाहा फल हैं पाते
मुझको गले लगा ले
आया शरण तिहारी
ओ गुरीसुत गणराजा
गणनायक गजमुख धारी
गणनायक गजमुख धारी।
तुम जो कृपा करो तो.........।
विघ्नो को हरने वाले
सुख शान्ति देने वाले
मोह पाश काटते हो तुम
भक्ति देने वाले
तुमने रचाई सृष्टि
तुम ही हो सहारा
ओ गुरीसुत गणराजा
गणनायक गजमुख धारी
गणनायक गजमुख धारी।
तुम जो कृपा करो तो.........।
लम्बे उदर से तुमने
संसार है छिपाया
सतगुण से है भरी हुई
गणराज तेरी काया
दुर्गुण पे सतगुणो सी
ये मूस की सवारी
ओ गुरीसुत गणराजा
गणनायक गजमुख धारी
गणनायक गजमुख धारी।
तुम जो कृपा करो तो.........।
तुम जो कृपा करो तो
मिट जाए विपदा सारी
तुम जो कृपा करो तो
मिट जाए विपदा सारी।
ओ गुरीसुत गणराजा
गणनायक गजमुख धारी
गणनायक गजमुख धारी।
तुम हो दया के सागर
क्या बात है तुम्हारी
ओ गुरीसुत गणराजा
गणनायक गजमुख धारी
गणनायक गजमुख धारी।
तुम जो कृपा करो तो.........।
If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks