रत्नो दियाँ गऊआं चारदा लिरिक्स (Ratno diya gaooan chaarda Lyrics in Hindi) - Baba Balak Nath Bhajan - Bhaktiok

Deepak Kumar Bind

 

रत्नो दियाँ गऊआं चारदा लिरिक्स (Ratno diya gaooan chaarda Lyrics in Hindi) - 


रत्नो दियाँ गऊआं चारदा

कर्जा धर्मो दा लाउँदा पौणाहारी

ओ निक्के निक्के पैर मखमली

कच्चे राहा ते टिकाउँदा पौणाहारी

रत्नो दियाँ गऊआं चारदा


शाह तलाईआं रब घूमदा

जमा भिनक किसे नू ना आवे

ओ लस्सी लस्सी सांभ सांभ रखदा

रोटी रत्नो दी मुँह ना लावे

ओ धुना लाके बैठा रेह्न्दा ए

ओ अख लाउँदा नहीं रात सारी सारी

रत्नो दियाँ गऊआं चारदा


लेखा बारह घड़िया दा

बारह साल च चुकाउना पै गया

ओ धरती नू भाग लग गए

आके भोले दा पुजारी जिथे बह गया

ओ ‘पीरति’ भी सच आखदा

मैं ता ओहदे नाम ला दित्ती जींद सारी

रत्नो दियाँ गऊआं चारदा


*** Singer/Lyrics - Pirti Silon ***



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