भवसागर तारण कारण हे लिरिक्स(Bhava Sagara Tarana Karana He Lyrics in Hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind


भवसागर तारण कारण हे लिरिक्स(Bhava Sagara Tarana Karana He Lyrics in Hindi) - 


भवसागर तारण कारण हे लिरिक्स


भवसागर तारण कारण हे ।

रविनन्दन बन्धन खण्डन हे ॥

शरणागत किंकर भीत मने ।

गुरुदेव दया करो दीनजने ॥१॥


हृदिकन्दर तामस भास्कर हे ।

तुमि विष्णु प्रजापति शंकर हे ॥

परब्रह्म परात्पर वेद भणे ।

गुरुदेव दया करो दीनजने ॥२॥


मनवारण शासन अंकुश हे ।

नरत्राण तरे हरि चाक्षुष हे ॥

गुणगान परायण देवगणे ।

गुरुदेव दया करो दीनजने ॥३॥


कुलकुण्डलिनी घुम भंजक हे ।

हृदिग्रन्थि विदारण कारक हे ॥

मम मानस चंचल रात्रदिने ।

गुरुदेव दया करो दीनजने ॥४॥


रिपुसूदन मंगलनायक हे ।

सुखशान्ति वराभय दायक हे ।

त्रयताप हरे तव नाम गुणे

गुरुदेव दया करो दीनजने ॥५॥


अभिमान प्रभाव विमर्दक हे ।

गतिहीन जने तुमि रक्षक हे ॥

चित शंकित वंचित भक्तिधने ।

गुरुदेव दया करो दीनजने ॥६॥


तव नाम सदा शुभसाधक हे ।

पतिताधम मानव पावक हे ॥

महिमा तव गोचर शुद्ध मने ।

गुरुदेव दया करो दीनजने ॥७॥


जय सद्गुरु ईश्वर प्रापक हे ।

भवरोग विकार विनाशक हे ॥

मन जेन रहे तव श्रीचरणे ।

गुरुदेव दया करो दीनजने ॥८॥


Post a Comment

0Comments

If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks

Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !