जीवन के हर सार का रहस्य है श्रीमद् भगवद् गीता (Jeevan Ke Har Saar Ka Rahsy Hai Lyrics in Hindi) -
श्रीमद् भगवद् गीता सार: अध्याय 1 -
अर्जुन विषाद योग 🙏 अर्जुन अपने सभी सम्बन्धियों को युद्ध भूमि में खड़ा देख अत्यंत दुखी होते हैं अपना धनुष रख कर बैठ जाते हैं और श्री कृष्ण से कहते हैं कि राजसुख और ऐश्वर्य भोगने के लिए वो अपने परिवार के ही सदस्यों के साथ किस प्रकार युद्ध कर सकते हैं किस प्रकार से उनका वध कर सकते हैं ये महापाप है वो चाहते हैं की इस सन्दर्भ में भगवान् श्री कृष्ण उन्हें परामर्श दें उनका मार्ग दर्शन करें। भगवद् गीता एक महान ग्रन्थ है। युगों पूर्व लिखी यह रचना आज के धरातल पर भी सत्य साबित होती है। जो व्यक्ति नियमित गीता को पढ़ता या श्रवण करता है, उसका मन शांत बना रहता है। आज के कलयुग में भगवद् गीता पढ़ने से मनुष्य को अपनी समस्याओं का हल मिलता है आत्मिक शांति का अनुभव होता है। आज का मनुष्य जीवन की चिंताओं, समस्याओं, अनेक तरह के तनावों से घिरा हुआ है। यह ग्रन्थ भटके मनुष्यों को राह दिखाता है। गीता को, धर्म-अध्यात्म समझाने वाला अनमोल काव्य कहा जा सकता है। सभी शास्त्रों का सार एक स्थान पर कहीं एक साथ मिलता हो, तो वह स्थान है-गीता। गीता रूपी ज्ञान नदी में स्नान कर अज्ञानी सद्ज्ञान को प्राप्त करता है। पापी पाप-ताप से मुक्त होकर संसार सागर को पार कर जाता है। मन को शांति मिलती है, काम, क्रोध, लोभ, मोह दूर होता है। गीता का अध्ययन करने वाला व्यक्ति धीरे धीरे कामवासना, क्रोध, लालच और मोह माया के बंधनों से मुक्त हो जाता है। आज भी राजनीतिक या सामाजिक संकट के समय लोग इसका सहारा लेते हैं। मन नियंत्रण में रहता है। सच और झूठ का ज्ञान होता है। आत्मबल बढ़ता है। सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है तो आइये हम सभी इस अद्भुत ज्ञान को प्राप्त करें | भगवद् गीता के इस सार को श्रवण करने से आशा है हम सभी को अवश्य आत्मज्ञान और आत्मिक सुख की अनुभूति होगी | आशा है हमारा ये प्रयास आप सभी को लाभ प्रदान करेगा |
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