दूर नगरी बड़ी दूर नगरी भजन लिरिक्स (Door Nagari Badi Door Nagri Lyrics in Hindi) - Krishna Bhajan Pamela Jain - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind


दूर नगरी बड़ी दूर नगरी भजन लिरिक्स (Door Nagari Badi Door Nagri Lyrics in Hindi) - 


दूर नगरी बड़ी दूर नगरी

कैसे आऊं मैं कन्हैया

तेरी गोकुल नगरी

कैसे आऊं मैं कन्हाई

तेरी गोकुल नगरी

बड़ी दूर नगरी


कान्हा दूर नगरी 

बड़ी दूर नगरी

कान्हा दूर नगरी 

बड़ी दूर नगरी


रात में आऊं तो 

कान्हा डर मोहे लागे

दिन में आऊं तो 

देखे सारी नगरी

बड़ी दूर नगरी


कान्हा दूर नगरी 

बड़ी दूर नगरी

कैसे आऊं मैं कन्हाई 

तेरी गोकुल नगरी

बड़ी दूर नगरी


सखी संग आऊं 

कान्हा शर्म मोहे लागे

अकेली आऊं तो 

भूल जाऊ डगरी

बड़ी दूर नगरी


कान्हा दूर नगरी 

बड़ी दूर नगरी

कैसे आऊं मैं कन्हाई 

तेरी गोकुल नगरी

बड़ी दूर नगरी


धीरे धीरे चालूँ कान्हा 

कमर मोरी लचके

झटपट चालूँ तो 

छलकाए गगरी

बड़ी दूर नगरी


कान्हा दूर नगरी 

बड़ी दूर नगरी

कैसे आऊं मैं कन्हाई 

तेरी गोकुल नगरी

बड़ी दूर नगरी


कान्हा दूर नगरी 

बड़ी दूर नगरी

कैसे आऊं मैं कन्हाई 

तेरी गोकुल नगरी

बड़ी दूर नगरी ||


दूर नगरी बड़ी दूर नगरी भजन लिरिक्स (Door Nagari Badi Door Nagri Lyrics in Hindi) - Krishna Bhajan Pamela Jain - Bhaktilok


Post a Comment

0Comments

If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks

Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !