शंकर चौरा रे महामाई कर रही सोल्हा रे भजन इन हिंदी लिरिक्स

Deepak Kumar Bind

 

शंकर चौरा रे महामाई कर रही सोल्हा रे भजन इन हिंदी लिरिक्स  - 


शंकर चौरा रे 

महामाई कर रही सोल्हा रे 

श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे ||

 

माथे उनके बिंदिया सोहे 

टिलकी की बलिहारी राम

सिंदूर लगा रही रे 

मांग में सिंधुर लगा रही रे

श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे ||


कान में उनके कुण्डल सोहे 

नथुनी की बलिहारी राम

हरवा पहन रही रे 

गले में हरवा पहन रही रे

श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे ||


हाथो उनके कंगना सोहे 

चूड़ी की बलहारी राम

मुंदरी पहन रही रे 

हाथ में मुंदरी पहन रही रे

श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे ||


कमर उनके गरदन सोहे 

झूलो की बलिहारी राम

कुछ न पहन रही रे 

कमर में कुछ न पहन रही रे

शृंगार माई कर रही सोल्हा रे ||


पाओ में उनके पायल सोहे 

विछियां की बलिहारी राम

महावर लगा रही रे 

पाओ में महावर लगा रही रे

श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे ||


अंग में उनके चोला सोहे 

गगरा के बलिहारी राम

चुनरी ओड रही रे 

चुनरी ओड रही रे

श्रृंगार माई कर रही सोल्हा रे ||


शंकर चौरा रे महामाई कर रही सोल्हा रे लिरिक्स (Shankar Chaura Re Mahamaai Kar Rahi Solha Lyrics in Hindi) - SHAHNAZ AKHTAR - Bhaktilok


Post a Comment

0Comments

If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks

Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !