मैली चादर ओढ़ के कैसेद् द्वार तुम्हारे आऊँ (maili chadar odh ke kaise dvaar tumhare aaun Lyrics in Hindi) - VIDHI DESHWAL Krishna Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind


मैली चादर ओढ़ के कैसेद् द्वार तुम्हारे आऊँ (maili chadar odh ke kaise dvaar tumhare aaun  Lyrics in Hindi) - 


मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँगया ||

हे पावन परमेश्वर मेरेगया मन ही मन शरमाऊँ ।

मैली चादर ओढ़ के कैसे...


तूने मुझको जग में भेजा निर्मल देकर कायागया ||

आकर के संसार में मैंने इसको दाग लगाया ।

जनम जनम की मैली चादरगया कैसे दाग छुड़ाऊंगया ||

मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ ॥


निर्मल वाणी पाकर तुझसे नाम ना तेरा गायागया ||

नैन मूँदकर हे परमेश्वर कभी ना तुझको ध्याया ।

मन-वीणा की तारे टूटीगया अब क्या राग सुनाऊँगया ||

मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ ॥


इन पैरों से चलकर तेरे मंदिर कभी ना आयागया ||

जहाँ जहाँ हो पूजा तेरीगया कभी ना शीश झुकाया ।

हे हरिहर मई हार के आयागया अब क्या हार चढाउँगया ||

मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ ॥


तू है अपरम्पार दयालु सारा जगत संभालेगया ||

जैसा भी हूँ मैं हूँ तेरा अपनी शरण लगाले ।

छोड़ के तेरा द्वारा दाता और कहीं नहीं जाऊं

मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ ॥


 

Also Read Khatu Shyam Bhajan:-


 

Post a Comment

0Comments

If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks

Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !