सरस्वती अमृतवाणी लिरिक्स (Saraswati Amritwani Lyrics in Hindi) - Saraswati Puja Sarswati Vandana Anuradha Paudwal - Bhaktilok
सरस्वती अमृतवाणी लिरिक्स (Saraswati Amritwani Lyrics in Hindi) - Saraswati Puja Sarswati Vandana Anuradha Paudwal -
सरस्वती अमृतवाणी लिरिक्स (Saraswati Amritwani Lyrics in Hindi) -
सुरमय वीणा धारिणी सरस्वती कला निधानपावन आशीष से करदे जन जन का कल्याणविद्या बोध स्वरूपिणी मन मोहक तेरा रूपहर ले निशा अज्ञान की ज्ञान की देकर दूपशारदे माँ सुरेस्वारी कर दुखों का अंतज्योतिर्मय है जगत में महिमा तेरी अंनतत्रिभुवन में है गूंजता मधुर तेरा संगीतदिव्य आकर्षण है लेता शत्रु का मन जीतजय हो सरस्वती माँ जय हो सरस्वती माँदेवी ज्ञान विज्ञान की कष्ट हरण तेरा जापतेरे उपासक को छुवे कभी न दुःख संतापकला निधि करुनेस्वरी करुणा करदे आपारकलह कलेश न हो यहाँ सुखमय हो संसारसात सुरों के स्वामिनी सातों रंग तेरे पासअपने साधक की करना पूर्ण हर एक आशश्री नारायण की प्रिय प्रीत की पुस्तक खोलपीड़ित पा जाए शांति मनोहर बोलजय हो सरस्वती माँ जय हो सरस्वती माँबुद्धि और विवेक का दे सबको उपहारसर्व कलाओं से मैया भरे तेरे भण्डारपरम योग स्वरूपिणी मोडक मन की हरसर्व गुणों के रत्नों से घर साधक का भरकला में दे प्रवीणता जग में बढ़ा सम्मानतेरे अनुग्रह से बनते अनपढ़ भी विद्वानभगतों के मन पटल पर अंकित हो तेरा नामहर एक कार्य का मिले मन बांछित परिणामजय हो सरस्वती माँ जय हो सरस्वती माँतेरी अनुकम्पा से होता प्रतिभा का विकाशख्याति होती विश्व में जीवन आता रासहंस के वाहन बैठ के प्रिये जगत में घूमदशों दिशाओं में मची तेरे नाम की धूमस्मरण शक्ति दे हमें जग की श्रृजन हारतेरे कोष में क्या कमी तूम हो अपरंपारश्वेत कमल के आसन पर मैया रही विराजतेरी साधना जो करे सिद्ध करे उनके काजजय हो सरस्वती माँ जय हो सरस्वती माँजय हो सरस्वती माँ जय हो सरस्वती माँ
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