ॐ जय साईनाथ हरे लिरिक्स ( Om Jai Sainath Hare Lyrics in Hindi ) - Saibaba Aarti Amey Date साईबाबा धूप आरती - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

ॐ जय साईनाथ हरे लिरिक्स ( Om Jai Sainath Hare Lyrics in Hindi ) -

ॐ जय साई नाथ हरे बाबा जय साई नाथ हरे
भक्त जनों के संकट भक्त जनों के संकट
क्षण में दूर करें ॐ जय साई नाथ हरे

जो ध्यावे फल पावे दुःख बिन से मन का
साईं दुःख बिन से मन का
सुख संपत्ति घर आवे सुख संपत्ति घर आवे
कष्ट मिटे तन का
ॐ जय साई नाथ हरे

मात पिता तुम मेरे शरण पडूँ में किसकी
साई शरण पडूं में किसकी
तुम बिन और ना दूजा तुम बिन और ना दूजा
आस करूँ मैं किसकी
ॐ जय साई नाथ हरे


तुम पूरण परमात्मा तुम अन्तर्यामी
साई तुम अन्तर्यामी
पार ब्रह्म परमेश्वर पार ब्रह्म परमेश्वर
तुम सबके स्वामी
ॐ जय साई नाथ हरे
तुम करूँणा के सागर तुम पालन करता
साई तुम पालन करता
मैं मूरख खलकामी मैं मूरख खलकामी
कृपा करो बाबा
ॐ जय साई नाथ हरे

तुम हो एक अगोचर सबके प्राण पति
साई सबके प्राण पति
किस विधि मिलूँ दयामय किस विधि मिलूँ दयामय
तुमको मैं कुमति
ॐ जय साई नाथ हरे

दीन बँधु दुःख हरता तुम ठाकुर मेरे
साईं तुम रक्षक मेरे
अपने हाथ उठाओ अपने हाथ उठाओ
द्वार खड़ा तेरे
ॐ जय साई नाथ हरे

विषय विकार मिटाओ पाप हरो देवा
पाप हरो बाबा
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ
संतन की सेवा
ॐ जय साई नाथ हरे
ॐ जय साई नाथ हरे बाबा जय साई नाथ हरे
भक्त जनों के संकट भक्त जनों के संकट
क्षण में दूर करें ॐ जय साई नाथ हरे

Song - Om Jai Sainath Hare
Singer - Amey Date


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