श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी (Shri Krishna Govind Hare Murari Lyrics in Hindi) - Suresh Wadkar Krishna Bhajan - Bhaktilok
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी (Shri Krishna Govind Hare Murari Lyrics in Hindi) -
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
हे नाथ नारायण वासुदेव॥ हे नाथ नारायण...॥
एक मात स्वामी सखा हमारे
हे नाथ नारायण वासुदेव॥ हे नाथ नारायण...॥
मैं श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी...॥
बंदी ग्रह के तुम अवतार
कहीं जाने कहीं पले मुरारी
किसी के जाए किसी के कहे
है अदभुद हर बात तिहारी॥ है अदभुद...॥
गोकुल में चमके मथुरा के तारे
हे नाथ नारायण वासुदेव॥
मैं श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी...॥
आधार पे बंसी हृदय में राधे
बैट गए दोंनों में आधे आढ़े
हे राधा नगर हे भक्त वात्सल्य
सदाव भक्तों के काम साधे सदाव भक्तो...॥
वही गए वही गए गए
जहां गए पुकारे
हे नाथ नारायण वासुदेव॥
मैं श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी...॥
गीता में उपदेश सुनय
धर्म युद्ध को धर्म बताया
कर्म तू कर मत रख फल की इच्छा
या संदेश तुम्हारी से पाया
अमर है गीता के बोल सारे
हे नाथ नारायण वासुदेव॥
मैं श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी...॥
त्वमेव माता चा पिता त्वमेव
त्वमेव बंधु सखा त्वमेव
त्वमेव विद्या द्रविणन त्वमेव
त्वमेव सरवन मम देव देव
राधे कृष्ण राधे कृष्ण
राधे राधे कृष्ण कृष्ण
राधे कृष्ण राधे कृष्ण
राधे राधे कृष्ण कृष्ण
हरि बोल हरि बोल
हरि बोल हरि बोल
राधे कृष्ण राधे कृष्ण
राधे राधे कृष्ण कृष्ण
राधे कृष्ण राधे कृष्
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