मैं खड़ा द्वार पे (Main Khada Dwaare Pe Lyrics in Hindi) - Lakhbir Singh Lakkha Navratri Special - Bhaktilok
मैं खड़ा द्वार पे (Main Khada Dwaare Pe Lyrics in Hindi) - Lakhbir Singh Lakkha Navratri Special -
मैं खड़ा द्वार पे (Main Khada Dwaare Pe Lyrics in Hindi) -
तेरे दरबार का पाने नज़र
मैं भी आया हुआ
जरा देदो मान चरणों में सहारा
मैं भी आया हूं
सुना है डर पे तेरे इस जहान की
हर खुशी मिल्टि
जग दो सोई किस्मत का सितारा
मैं भी आया हूं
तू जो दया जरा सी करदे
सर पे हाथ मेरे मान धर दे
हो जाए दुखदे दूर
कट जाए हर एक विपदा मेरी
मैं खड़ा द्वारे पे पल पली
करू मैं विंती टेरी
मान मैं खड़ा द्वारे पे पल पली
करू मैं विनती तेरी
तेरी कृपा हो जाए
बिगडे काम बने सब मैया
मैं रब को ना मनु
मेरे लिए तू ही रब मैया
तेरी ज्योत जगे दिन
दुनिया माने शक्ति तेरी
मैं खड़ा द्वारे पे पल पली
करू मैं विनती तेरी
कहते हैं तेरे दिल में
नदिया ममता की है बहाती
करे प्यार दुलार बड़ा
तू भक्तो के अंग संग रही
तेरी दया का अंत नहीं
करदे दूर मुसीबत मेरी
मैं खड़ा द्वारे पे पल पली
करू मैं विनती तेरी
मूरख अग्यानी हूं
मुझे ज्ञान नहीं है कोई
तेरी महिमा क्या जानूं
पूजा ध्यान नहीं है कोई
गर खोल से अंखिया तू
फिर से खुल जाए किस्मत मेरी
मैं खड़ा द्वारे पे पल पली
करू मैं विनती तेरी
जग जननी ऐ माता
ज्योति वाली शेरो वाली
तू चाह से भर दे पल में
भक्त की खली झोली
कहे फिर तू भावरों में
नैया फसी है नइया मेरी
मैं खड़ा द्वारे पे पल पली
करू मैं विंती टेरी
तू जो दया जरा सी करदे
सर पे हाथ मेरे मान धर दे
हो जाए दुखदे दूर
कट जाए हर एक विपदा मेरी
मैं खड़ा द्वारे पे पल पली
करू मैं विंती टेरी
मान मैं खड़ा द्वारे पे पल पली
करू मैं विंती टेरी
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