मत घबरा मन बाँवरे है श्याम तेरा रखवाला |Mat Ghabra Man Bawre Hai Shyam Tera Rakhwala | Upasana Mehta-Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

मत घबरा मन बाँवरे है श्याम तेरा रखवाला |Mat Ghabra Man Bawre Hai Shyam Tera Rakhwala | Upasana Mehta-Bhaktilok


मत घबरा मन बाँवरे है श्याम तेरा रखवाला |Mat Ghabra Man Bawre Hai Shyam Tera Rakhwala | Upasana Mehta-Bhaktilok


मत घबरा मन बावरे,

है श्याम तेरा रखवाला,

है श्याम तेरा रखवाला,

साथ तुम्हारा कभी ना छोड़े,

मोहन मुरली वाला,

मत घबरा मन बावरे,

है श्याम तेरा रखवाला,

है श्याम तेरा रखवाला।।


करे कृपा जब सांवरा,

सब संकट कट जाए,

आग लगी चहुँ ओर हो,

तुझपर आंच ना आए,

करुणा की जब वर्षा होती,

क्या कर सकती ज्वाला,

मत घबरा मन बावरें,

है श्याम तेरा रखवाला,

है श्याम तेरा रखवाला।।



जग वाले मुँह मोड़ ले,

दुश्मन बने जमाना,

ये तू निश्चय जान ले,

निर्बल का बल कान्हा,

तुफानो में दीपक जलता,

कौन बुझाने वाला,

मत घबरा मन बावरें,

है श्याम तेरा रखवाला,

है श्याम तेरा रखवाला।।



तू कमजोर नहीं है,

तेरे साथ कन्हैया,

तेरे ऊपर पड़ रही,

मोर मुकुट की छैया,

‘बिन्नू’ इस शीतल छैया में,

फेर श्याम की माला,

मत घबरा मन बावरें,

है श्याम तेरा रखवाला,

है श्याम तेरा रखवाला।।



मत घबरा मन बावरे,

है श्याम तेरा रखवाला,

है श्याम तेरा रखवाला,

साथ तुम्हारा कभी ना छोड़े,

मोहन मुरली वाला,

मत घबरा मन बावरें,

है श्याम तेरा रखवाला,

है श्याम तेरा रखवाला।।



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