श्याम अपने गले से लगाओ भजन इन हिंदी लिरिक्स

Deepak Kumar Bind

श्याम अपने गले से लगाओ भजन इन हिंदी लिरिक्स



हो सके तो अगर श्याम मेरे |

जो हुआ सो हुआ भूल जाओ |

माफ़ कर दो मेरी गलतियों को |

श्याम अपने गले से लगाओ।


एक आवाज़ भीतर से आए |

जो किया वो सही ना किया है |

ना समझ था ना समझा इशारा |

तूने हर बार मुझे दिया है |

ना मैं दूंगा शिकायत का मौका |

लो शरण तुम चरण में बिठाओ |

माफ़ कर दो मेरी गलतियों को |

श्याम अपने गले से लगाओ।


मेरा कोई नहीं बिन तुम्हारे |

छोड़ देना नहीं मेरी बाँहें |

मेरा कोई नहीं बिन तुम्हारे |

छोड़ देना नहीं मेरी बाँहें |

जाने अनजाने में चल पड़ा था |

अब ना देखूंगा | मुड के वो राहें |

मैं चलूँगा उन्ही रास्तों पे |

हाथ थामे जिधर तुम चलाओगे |

माफ़ कर दो मेरी गलतियों को |

श्याम अपने गले से लगाओ।


वक़्त बीता बदल ना सकूंगा |

जो बचा है उसे तुम सभालो |

वक़्त बीता बदल ना सकूंगा |

जो बचा है उसे तुम सभालो |

मैं भँवर में कहीं खो जाऊँगा |

नांव लहरों से मेरी बचा लो |

काची माटी सचिन की है बाबा |

ढाल साँचें में जैसा बनाओ |

माफ़ कर दो मेरी गलतियों को |

श्याम अपने गले से लगाओ।

हो सके तो अगर | श्याम मेरे |

जो हुआ सो हुआ | भूल जाओ |

माफ़ कर दो मेरी गलतियों को |

श्याम अपने गले से लगाओ।



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