मेरे घर के ऊपर तेरी मोरछड़ी का साया भजन लिरिक्स (Mere ghar ke upar teri morchadi ka saya Lyrics in Hindi) - Bhaktilok

Roshan Lal Bind

मेरे घर के ऊपर तेरी मोरछड़ी का साया भजन लिरिक्स (Mere ghar ke upar teri morchadi ka saya Lyrics in Hindi) - Bhaktilok

मेरे घर के ऊपर तेरी मोरछड़ी का साया भजन लिरिक्स (Mere ghar ke upar teri morchadi ka saya Lyrics in Hindi) 


मेरे घर के ऊपर तेरी, 

मोरछडी का साया हो,

तेरी मोरछडी का झाडा, 

छाया जैसा लगता हो,

मेरे घर के ऊपर तेरी...


बन्द पड़ी किस्मत का ताला, 

मोरछडी से खुल जाता,

सोई किस्मत जग जाती, 

वो पल में बन जाता राजा,

झाडा खाले मोरछडी का 

कंचन काया हो तेरी,

मेरे घर के ऊपर तेरी...


मोरछडी झाड़ा ऐसा, 

मेरे मनको हैं भाता

झाडा खाकर मोरछडी का, 

मेरा मन भी है गाता

गुण गाऊ में मोरछडी का, 

जीवन की ये अभिलाषा,

मेरे घर के ऊपर तेरी...


जब तक जीवन मेरा बाबा, 

रोज करू तेरी सेवा

सेवा ऐसी मिली है मुझको, 

जीवन हो यापन मेरा

सागर तेरी कृपा चाहे, 

बस इतनी से हो अभिलाषा,

 मेरे घर के ऊपर तेरी...


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