हम कब से पड़े हैं शरण तुम्हारी हम कोई गैर नहीं लिरिक्स (Hum Kab Se Pade Hai Sharan Lyrics in Hindi) - KANHA BHAJAN MAA KO NAMAN- Bhaktilok
हम कब से पड़े हैं शरण तुम्हारी हम कोई गैर नहीं लिरिक्स (Hum Kab Se Pade Hai Sharan Lyrics in Hindi) -
हम कब से पड़े है शरण तुम्हारी सुनलो साँवरिया
हम कोई गैर नही ॥
नौकर तेरे दरबार के हम है सुनलो साँवरिया
हम कोई गैर नही ॥
गुजरा हुआ हर पल हमे याद आता है ॥
तेरे सिवा हमको ना कोई भाता है ॥
मेरी लाज तुम्हारे हाथ है सुनलो साँवरिया ।
हम कोई गैर नही ॥
अपनों से साँवरिया परहेज है कैसा ॥
देखा ना दुनिया में दिलदार तुम जैसा॥
हम तेरे आसरे कब से बैठे सुनलो साँवरिया ।
हम कोई गैर नही ॥
बस इतनी तमन्ना है दीदार हो तेरा ॥
कहीं बिखर ना जाए श्याम अनमोल प्यार मेरा ॥
अब निर्मोही ना बनो ‘‘ओम’’ की सुनलो साँवरिया ।
हम कोई गैर नही ॥
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