हारे का सहारा है तू श्याम हमारा है | Haare Ka Sahara Hai Tu Shyam Hamara Hai Lyrics | Khatu Shyam Sad Bhajan | Vipin Aggarwal - BhaktiLok

Suraj


हारे का सहारा है तू श्याम हमारा है | Haare Ka Sahara Hai Tu Shyam Hamara Hai Lyrics | Khatu Shyam Sad Bhajan | Vipin Aggarwal - BhaktiLok


हारे का सहारा है तू श्याम हमारा है | Haare Ka Sahara Hai Tu Shyam Hamara Hai Lyrics | Khatu Shyam Sad Bhajan | Vipin Aggarwal - BhaktiLok


हारे का सहारा है तू श्याम हमारा है 
याद तेरी जब सांवरे हमको आती है तो रुलाती है 

दुनिया का हर रिश्ता लगता झूठा है 
अपने प्रेमी से क्या तू भी रूठा है 
तुझे भोग लगाऊं क्या मुझे खाने के लाले हैं 
तेरे दर कैसे आऊं मेरे पाँव में छले हैं 
ये दुनिया गरीबी की मेरी हंसी उड़ाती है 
आँख मेरी फिर भर भर नीर बहाती है ये बहाती है 

मैंने सुना तू जग का पालनहारा है 
खाटू नगरी में दरबार तुम्हारा है 
तेरी शरण में आकर के सब कुछ मिल जाता है 
रोटा हुआ आये जो हँसता हुआ जाता है 
मेरे जीवन दीपक की तेरे हाथ में बाती है 
याद तुम्हारी जब जब मुझको आती है वो रुलाती है 

अंत समय जब मौत का साया बैठा हो 
हाथ तू फेरे सर पे पास में बैठा हो 
विपिन तेरे चरणों में तेरा गुणगान करे 
गर फिर से जनम मिले खाटू दरबार मिले
जब मिला है जीवन तो फिर मौत भी आती है 
याद तेरी जब सांवरे हमको आती है वो रुलाती है


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